बूझी शमां भी जल सकती है, तूफ़ान से कश्ती भी निकल सकती है, होके मायूस यूँ ना अपने इरादे बदल, तेरी किस्मत कभी भी बदल सकती है. जिसे लमहों की क�
बूझी शमां भी जल सकती है, तूफ़ान से कश्ती भी निकल सकती है, होके मायूस यूँ ना अपने इरादे बदल, तेरी किस्मत कभी भी बदल सकती है. जिसे लमहों की क�